धुनकर आयोग का गठन हो - जावेद इकबाल मंसूरी

लखनऊ । मुस्लिम समाज की आबादी में सबसे बड़ी आबादी मंसूरी समाज के लोगो की है,लेकिन आज भी समाजिक रूप से मंसूरी समाज हर क्षेत्र में पिछड़ा है।मंसूरी समाज के आर्थिक रूप से पिछड़ने का मुख्य कारण मंसूरी समाज के पुस्तैनी रुई धुनने के कारोबार ,उद्योग को वह सुविधाएं नही मिली जो दूसरे कारोबार, उद्योग को मिली,सरकारी उपेक्षा के कारण मंसूरी समाज के पुस्तैनी कारोबार पर पूंजीपतियो का कब्जा होता जा रहा है सरकार धुनकर समाज को वह सुविधाएं नही दे रही है जो दूसरे समाज के लोगो को उनका पुस्तैनी कारोबार बचाने के लिए दे रही है इस लिए सरकार धुनकर समाज की समस्याओं ,उनके पिछेड़ेपन को दूर करने के लिए धुनकर आयोग का गठन कर इस समाज के समस्याओं से अवगत हो और धुनकर समाज को कारोबारध्उद्योग करने के लिए रूई धुनने की आधुनिक मशीनों खरिदने के लिए सब्सिडी लोन,बिजली सब्सिडी समेत सभी सुविधाएं उपलब्ध कराए ताकि धुनकर समाज भी तरक्की की मुख्य धारा में जुड़ सके। यह बात आज लखनऊ में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में जमीअतुल मंसूर के राष...